मनाली भारत का सबसे खूबसूरत स्थानों में से एक है यहॉं की सुन्दर वादियॉं बर्फ से ढ़के पहाड़ मन मोह लेते हैं। प्रकृति प्रेमीं, हनीमून कपल्स और रोमांच का मजा लेने वाले लोगों के लिए यह पसंदीदा स्थान है। कुल्लू-मनाली हिल स्टेशन महान हिमालय के धौलाधार श्रेणी पर स्थित है जो भारत के हिमाचल प्रदेश में ब्यास नदी के किनारे बसा हुआ है जिसकी उंचाई समुद्र तल से लगभग 1950 मीटर अथवा 6398 फिट है।
कुल्लू-मनाली कैसे पहुॅंचे (How to reach Kullu-Manali)
मनाली समुद्र तल से लगभग 2000 मीटर की उंचाई पर है फिर भी वर्तमान में यहां पहुॅचने के लिए सड़क परिवहन, वायु परिवहन, और लगभग-लगभग रेल परिवहन भी मौजूद हैं।
चण्ड़ीगढ़ से मनाली रोड द्वारा (chandigarh to manali)
प्राकृतिक सुन्दरता, हरे-भरे और बर्फ से ढ़के पहाड़ो का मनोरम दृश्य देखने के लिए सड़क यात्रा सबसे अच्दी मानी जाती है।
सड़क द्वारा मनाली पहुंचने के लिए भारत के कई शहरों से जाया जा सकता है जिसमें भारत की राजधानी दिल्ली से मनाली की दूरी 540 किमी, चण्डीगड़ से मनाली 305 किमी और देहरादून से 227 किमी है। आप इनमें से किसी भी सिटी से मनाली पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा कुल्लू-मनाली (kullu manali by train)
जैसा कि आपाको पता मनाली समुद्र तल से लगभग 2000 मीटर की उंचाई पर है इसलिए अभी तक सीधे मनाली जाने के लिए रेल मार्ग उपलब्ध नहीं हैा मनाली के नजदीकी रेलवे स्टेशन कई हैं जहॉं से जाया जा सकता है इनमें से हैं-
चण्ड़ीगढ़ से 305 किमी, अम्बाला से 210 किमी, इनके अलावा कालका और जोगिंदर नगर से भी जाया जा सकता है।
वायु मार्ग द्वारा मनाली (kullu manali by air)
मनाली का नजदीकी हवाई अड्डा भुंतर हवाई अड्डा है जहॉं से मनाली की दूरी लगभग 50 किमी है।
मनाली घूमने का उचित समय (best time to visit in kullu-manali)
मनाली एक ऐसा हिल स्टेशन है जहॉं लाखों लोग गर्मी और सीत दोनों ही मौसम में जाना पसंद करते हैं।
नवंबर से फरवरी-
यहॉं पर मिड नवंबर से बर्फबारी की शुरूआत होने लगती है ओर लगभग फरवरी तक बर्फबारी देखी जा सकती है। अगर आप ताजी स्नोफाल, बर्फ के उंचे-उंचे पहाड़, स्कीइंग और विभिन्न प्रकार के इवेंट्स का मजा लेना चाहते हैं तो जरूर आप इस समय जा सकते हैं।
मार्च से जून-
यह समय भारत का बेहद गर्मी का मौसम होता है इस समय लोग पहाड़ो पर जाना अक्सर पसंद करते हैं। इस समय मनाली का बेहद मानव अनुकूल वातावरण होता है इकसे साथ ही विभिन्न प्राकर के आयोजनों में भी भाग लिया जा सकता है- पैराग्लाइडिग, राफिटंग, ट्रैकिंग, हाइकिंग और न जाने कितने एडवंचर प्रोग्रमों में हिस्सा लिया जा सकता है।
जुलाई से सितम्बर-
यह समय उत्तर भारत का मानसून सीजन होता है। मानसून के समय हरे-भरे पहाड़, जगह-जगह कल-कल करते झरने मनोरम दृृश्य पैदा करते हैं जिसकी खूबसूरती शब्दों में बयॉं नहीं की जा सकती है परन्तु इस समय भूस्खलन, रोड ब्लाक की समस्या बहुत अधिक होती है इसलिए इस समय पहाड़ों पर जाने से बचना चाहिए।
कुल्लू-मनाली घूमने के आकर्षक स्थल (Best Places to visit in Kullu-Manali)
1.जोगिनी वाटरफॉल अथवा झरना
यह झरना हिमालय की एक बहुत ही खूबसूरत घाटी में स्थित है जो 160 फिट की उंचाई से गिरता है इसके रास्ते में हिमालय के मनोरम दृश्य और देवदार के वृक्ष, चिडि़यों का चहचहकाना मंत्रमुग्ध कर देता है। यह झरना मनाली बसअड्डा से लगभग 8 की दूरी पर है। रास्तें में ही वसिष्ठ टेम्पल पड़ता है जहॉं से आपको लगभग 3 घण्टे की पैदल यात्रा करनी होती है।
जोगिनिी वाटरफॉल जाने का उचित समय गर्मियेां में होता है मतलब मार्च से लेकर मई तक इसके अलावा सर्दियों में भी जाया जा सकता है।
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2.नग्गर
नग्गर 1800 की उंचाई पर प्रकृति की गोद में बसा हुआ एक शहर है जो कभी कल्लू की राजधानी हुआ करता था। यहॉं की प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण हिमालय का दृश्य आपको इस जगह पर आने के लिए मजबूर कर देता है।
नग्गर एडवंचर स्पोटर्स के लिए भी जाना जाता है यहॉं पर आप ट्रेकिंग, हाइकिंग, स्कीइंग, रीवर राफ्टिग और बहुत सारी चींजें करने के लिए हैं।
इन सबके अलावा यहॉं पर चामुंडा भारती मंदिर, जगतीपटट मंदिर, रोरिक आर्ट गैलरी, उरूस्वाती हिमालयन लोक कला संग्राहलय भी जा सकते हैं।
3.हिडिम्बा देवी मंदिर
यह मंदिर महाभारत काल का वर्णन करता है इस मंदिर का निर्माण राजा बहादुर सिंह ने 1553 में करवाया था। इस मंदिर की खास बात यह है कि यह एक ही पत्थर को काटकर गुफानामा बनाया गया है। हिडिम्बा भीम की पत्नी थी और घटोत्कक्ष की मॉं थीं।
4.मणिकर्ण
मणिकर्ण मनाली से लगभग 80 किमी दूर पार्वती घाअी में ब्यास और पार्वती नदी के मध्य स्थित है। यह हिन्दू और सिक्ख का धार्मिक स्थल है दोनों धर्मों की अपनी-अपनी मान्यतायें हैं। यहीं पर गर्म पानी का झरना भी है ऐसा माना जाता है कि इसमें स्नान करने से त्वचा रोग और कई प्रकार के रोगों से निदान मिलता है।
हिन्दू मान्यता के अनुसार भगवान शिव की पत्नी पार्वती के कान की बाली यहीं पर खो गई थी जिसके कारण इस जगह का नाम मणिकर्ण पड़ा है। सिक्ख मान्यताओं के अनुसार गुरू नानक देव ने यहां पर यात्रा की थी उन्हीं की स्मृति में यहां पर मणिकर्ण साहिब गुरूद्वारा बनाया गया है।
5.मनु मन्दिर
हिन्दू धर्म ग्रन्थों वेदों के अनुसार ऋसि मनु को इस दुनिया का प्रथम पुरूष माना जातो है। यह मन्दिर ब्यास नदी के किनारे पहुरानी मनाली से लगभग 3 किमी दूर है जिसे देखने के लिए प्रत्येक वर्ष लाखों लोग आते हैं। ऋषि मनु इस श्रष्टि के रचाइता भगवान ब्रहृमा के पुत्र थे इन्हें ही इस इस दुनिया का प्रथम पुरूष कहा जाता है। यह मंदिर दुनिया भर में एक मात्र मनु मंदिर है। यह सभी स्थल कुल्लू-मनाली के प्रमुख आकर्षक हैं।
6.वन विहार
वन विहार यह मनाली में स्थित एक आनंद दायक जगह है जहाँ पश्र देवदार वृक्षों के बीच बेहद सुन्दर नजारेां का लुफ्त उठा सकते हैं और दिन भर की अपनी थकान मिटा सकते हैं यहां पर नौका विहार भी कर सकते हैं।
7.मॉल रोड
मॉल रोड मनाली का दिल कहें तो गलत नहीं होगा क्योंकि यहां से सिर्फ खरीददारी ही नहीं कर सकते हैं बल्कि विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का आनंद भी ले सकते हैं। कई प्रकार के एडवंचर हाईकिंग, ट्रेकिंग करने के बाद यहां शाम को टहल सकते हैं ओर प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ खरीदारी भी की जा सकती है।
यहां पर हथकरधा, मिट्टी के बर्तन, ज्वेलरी, ठण्ड से बचने के लिए उूनी कपड़े खरीद सकते हैं। इसके साथ ही स्थानीय टोपी हिमाचली टोपी, पष्मीना सॉल, खरीदना न भूलें क्योंकि ये उत्तर भारत के प्रसिद्ध चीजों में से एक है।