दार्जिलिंग में घूमने की जगह की बात करें तो दार्जिलिंग हिमालय की गोद में बसा हुआ भारत के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक है। यहॉ की सुन्दर वादियॉ, कल-कल करते झरनें, चारों ओर उूंचे-उूंचे पहाड, चाय के बागान, टॉय ट्रेन, सदाबहार हरे-भरे वृक्ष, हर साल लाखों सैलानियों को अपनी ओर खींच ले जाते हैं। दार्जिलिंग बहुत ही खूबसूरत जगह है यहॉं पर आप अपने पास बादलों को उडते हुए देख सकेंगे ऐसा लगता है कि हम बादलों के उपर आ गये हों यहॉ पर आकर आप सब कुछ भूल जायेंगे और यहीं की प्रकृति में खो जायेंगे।
दार्जिलिंग पश्चिम बंगाल में समुद्र तल से लगभग 2134 मीटर की उंचाई पर स्थित है जो नेपाल, बांग्लादेश और भूटान से सीमा बनाता है। कंचनजंघा विश्व तीसरी सबसे बडी चोटी यहीं पर दार्जिलिंग ‘भारत’ और नेपाल सीमा पर स्थित है।
दार्जिलिंग की चाय विश्व प्रसिद्ध है वैसे तो भारत में असम और पश्चिमी घाट में भी होती है लेकिन दार्जिलिंग की चाय अपने स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। चाय के बगान देखने के लिए हैप्पी वैली टी एस्टेट यहॉ की सबसे सुन्दर जगह है।
दार्जिलिंग हिमालय रेल जिसे टॉय ट्रेन भी कहते हैं यह टॉय ट्रेन सिलीगुडी से दार्जिलिंग तक की हिमालय के सुन्दर नजारे की सैर कराती है।
दार्जिलिंग का रंगित घाटी रोपवे (Rangit Valley Ropeway) एशिया का सबसे बड़ा रोपवे है। जब आप इस रोपवे की सैर करेंगे तो आप खुद को बादलों में पायेंगे और नीचे हरे भरे चाय के बागान तो किसी स्वर्ग से कम प्रतीत नहीं होते।
दार्जिलिंग में अनेक फिल्मों की सूटिंग होती रहती है – राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर पर फिल्माया गया प्रसिद्ध हिन्दी गाना ‘मेरे सपने की रानी कब आयेगी तू’ में बडी खूबसूरती से फिल्माया गया था उसके बाद सहरूख खान की ‘मैं हूँ ना’ और रनवीर कपूर की ‘बर्फी’ फिल्म भी दार्जिलिंग में ही सूट की गई थी इसके साथ ही हालीवुड फिल्म ‘’द दार्जिलिंग लिमिटेड’ भी यहीं पर फिल्मायी गई थी।
दार्जिलिंग में घूमने की जगह – best tourist places darjeeling in hindi
टाइगर हिल दार्जिलिंग – tiger hill darjeeling in hindi
टाइगर हिल दार्जिलिंग जहॉं पर सूर्योदय लगभग चार बजे ही हो जाता है और कंचनजंगा पर्वत श्रेणी से सूर्योदय देखना बहुत ही खूबसूरत दृश्य होने के साथ ही खूबसूरत अहसास भी होता है। यहॉं से सूर्य नीचे से उगता हुआ दिखाई देता है लेकिन इस खूबसूरती को देखने के लिए आपको भाग्यशाली होना पडेगा क्योंकि अक्सर धुन्ध के कारण यह खूबसूरत नजारा बादलों में छिप जाता है। इस खूबसूरत नजारे को देखने के लिए 3 बजे ही दार्जिलिंग से निकलना होता है क्योंकि यहॉं पर पहुँचने के लिए करीब एक घण्टा लग जाता है। टाइगर हिल दार्जिलिंग से लगभग 11 किलोमीटर दूर 8482 फिट की ऊँचाई पर स्थित है जहॉ से आप दार्जिलिंग शहर को भी देख सकते हैं।
रॉक गार्डन दार्जिलिंग – rock garden darjeeling in hindi
रॉक गार्डन दार्जिलिंग से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इस गार्डन को पत्थरों को काटकर बनाया गया है इसलिए इसे रॉक गार्डन अथवा बारबोटे रॉक गार्डन के नाम से जाना जाता है। पिकनिक स्पॉट के लिए यह दार्जिलिंग की सबसे अच्छी जगह है जो कि चारो ओर पहाडो से घिरा हुआ है।
इस रॉक गार्डन में विभिन्न तरह के फूल भर देखने को मिलते हैं जिससे आस-पास का वातावरण अत्यंत रमणीय होता है। इसके अलावा पार्क में एक म्यूजिकल फव्वारा भी है और ढलान के नीचे एक झील भी है जहॉं पर बैठना आपको अलग ही शांति प्रदान करेगा और साथ ही झील के आप-पास की हरियाली और जीव-जन्तु आपके मन को प्रसन्नचित कर देंगे।
बतासिया लूप दार्जिलिंग – batasia loop darjeeling in hindi
दार्जिलिंग शहर के केंद्र में बतासिया लूप एक प्रमुख पर्यटक स्थल है जहॉ से 360 डिग्री में कंचनचंगा पहाड़ और दार्जिलिंग शहर के सुंदर नजारों को प्रस्तुत करता है। इसके साथ ही दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे सबसे उत्कृष्ट ट्रेन मार्गों में से एक बतासिया लूप ट्रेन मार्ग हैं जहॉ से कंचनजंगा के बर्फीले पहाड और चारो ओर प्रकृति के खूबसूरत को देखा जा सकता है। यहीं पर युद्ध स्मारक भी है, जो विभिन्न युद्धों में शहीद हुए गोरखा सैनिकों की याद में बनाया गया था।
दार्जिलिंग टॉय ट्रेन – toy train darjeeling
दार्जिलिंग में टॉय ट्रेन अथवा दार्जिलिंग हिमालय रेलवे दार्जिलिंग के अत्यन्त खूबसूरत दृश्यों को दिखाती है इसकी शुरूआत 1800 ईस्वी में की गई थी जो कि यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल है। रनवीर कपूर की बर्फी फिल्म में इस टॉय ट्रेन को बहुत ही खूबसूरती से दिखाया गया है। इस टॉय ट्रेन की सैर करने के लिए लगभग एक महीने पहले से ही बुकिंग करवानी पडती है।
रोपवे दार्जिलिंग – Darjeeling Rangeet Valley Passenger Ropeway in hindi
दार्जिलिंग समुद्र तल से लगभग आठ हजार फिट की उंचाई पर स्थित है जिसके चारो ओर सदाबहार वृक्ष और चाय के बगान हैं जो दार्जिलिंग की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। इस खूबसूरती को देखने के लिए रोपवे की व्यवस्था की गई है।। यह दार्जिलिंग रोपवे सोनमरी के नार्थ पॉइंट से लेकर सिंगला बाज़ार तक जाती है, जो रमण नदी के पास स्थित है, और जिसकी ऊँचाई 7000 फीट की ऊँचाई पर हैं।
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पदमाजा नायडू हिमालयन जूलॉजिकल पार्क दार्जिलिंग – Padmaja Naidu Himalayan Zoological Park in hindi
पदमाजा नायडू जूलॉजिकल पार्क भारत के सबसे खूबसूरत जूलॉजिकल पार्कों में से एक है यहॉं पर विभिन्न प्रकार की जानवरों की प्रजातियॉं देखने को मिलती हैं जैसे कि हिमालयन वुल्फ, हिमालयी मोनाल, भौंकने वाले हिरण, एशियाई काले भालू, तेंदुए, नीले और पीले रंग के मैकॉ, लेडी एमहर्स्ट, तेंदुए बिल्ली, मैकॉ, पूर्वी पैंगोलिन, तीतर, लाल जंगल फाउल इसके साथ ही पार्क में हिम तेंदुआ और लाल पांडाओं के लिए एक ऑफ-डिस्प्ले प्रजनन केंद्र भी बनाया गया हैं।
दार्जिलिंग की तीस्ता नदी में राफ्टिंग – teesta river rafting
एडवेंचर के दीवानों के लिए दार्जलिंग में तीस्ता नदी में राफ्टिंग सबसे रोमांचक गतिविधियों में से एक हैI तीस्ता नदी दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी की घाटियों से निकलती हैं जो लगभग 172 कि.मी. लंबी हैं। इस नदी में राफ्टिंग के लिए भारत में सबसे अच्छे स्थानों में से एक है।
हिमालियन पर्वतारोहण संस्थान दार्जिलिंग – Himalayan Mountaineering Institute darjeeling
दार्जिलिंग हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पर्वतारोहण संस्थानों में से एक है। यहॉं पर पर्यटक पर्वत पर कैसा चढा जाता है और किन किन चीजों का ख्याल रखाना चाहिए इन सभी चीजों को सीखनें को मिलती हैं। पर्वतारोहण के खेल में लोगों के हित और रूचि को प्रोत्साहित करने के लिए 4 नवंबर 1954 को इसे स्थापित किया गया था।
सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान दार्जिलिंग – singalila national park darjeeling
दार्जिलिंग का प्रसिद्ध सिंगालीला रेंज में समुद्र तल से लगभग 7000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है जहॉ पर अल्पाइन घाटी, कुंवारी रोडोडेंड्रॉन वनों, जानवरों और ऑर्किड की दुर्लभ प्रजातियों के लिए जाना जाता हैं। सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान बहुत ही दुर्लभ लाल पांडा और हिमालय काले भालू के निवास स्थान के रूप में जाना जाता हैं। इसके अलावा इस राष्ट्रिय उद्यान में क्लाउडेड तेंदुआ, पैंगोलिन,, हाथी, हिरण, ब्लैक पैंथर, पैंगोलिन, तेंदुए, हिमालयन ब्लैक बीयर जैसी लुप्त प्रजातियों और समाप्तप्राय को यहाँ संरक्षित किया गया है।
दार्जिलिंग घूमने का सबसे सही समय – Best Time to visit Darjeeling in Hindi
Best Time to visit Darjeeling in Hindi : दार्जिलिंग में घूमने का हर सीजन में अपना एक अलग ही अनुभव होता है। यहॉ पर प्रकृति प्रेमी, हनीमून कपल्स और एडवंचर लवर्स सभी प्रकार के पर्यटक देखने को मिलते हैं। फिर भी दार्जिलिंग घूमने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून के महीनों के बीच का माना जाता है क्योंकि इस समय तमिलनाडु से लेकर पंजाब तक बहुत अधिक गर्मी होती है और इसी समय दार्जिलिंक का मौसम 15 से लेकर 20 डिग्री सेल्सियस तक का होता है इसलिए इस समय भारी मात्रा में पर्यटक आते हैं।
दार्जिलिंग कैसे जायें – How To Reach Darjeeling In Hindi
how to reach darjeeling in hindi : दार्जिलिंग पहुँचने के लिए हवाई जहाज, ट्रेन और बस तीनों की सुविधा मौजूद है किसी के द्वारा भी दार्जिलिंग पहुँचा जा सकता है।
ट्रेन से दार्जिलिंग कैसे जायें – How To Reach Darjeeling By Train In Hindi
How To Reach Darjeeling By Train In Hindi : दार्जिलिंग का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन न्यू जलपाईगुड़ी (NJP) है जो दार्जिलिंग से लगेभग 88 किलोमीटर की दूरी पर है। न्यू जलपाईगुड़ी भारत के अन्य स्टेशनों से अच्छी तरह कनेक्ट है भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य जाने वाली ट्रेने इस स्टेशन से होकर गुजरती है इसके बाद यहॉ से बस अथवा टैक्सी द्वारा दार्जिलिंग आसानी से पहुँचा जा सकता है।
बस द्वारा दार्जिलिंग कैसे जाये – How To Reach Darjeeling By Road In Hindi
how to reach darjeeling by road in hindi : अगर आप बस द्वारा दार्जिलिंग जाना चाहते हैं तो सबसे पहले सिलीगुड़ी पहुंचना होगा। सिलीगुडी से बहुत सारी बसें और टैक्सी दार्जिलिंग के लिए जाती है जो लगभग 4 घण्टे में पहुँचा देती हैं।
हवाई जहाज से दार्जिलिंग कैसे जाये – How To Reach Darjeeling By Air In Hindi
दार्जिलिंग का निकटतम एयरपोर्ट बागडोगरा है जहॉं से दार्जिलिंग 88 किलोमीटर दूर है। इस एयरपोर्ट से टैक्सी द्वारा लगभग साढ़े तीन घंटे की यात्रा के बाद दार्जिलिंग पहुंचा जा सकता है।
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