ऋषिकेश उत्तराखण्ड में हिमालय की तलहटी में बसा गंगा नदी के किनारे एक बहुत ही खूबसूरत शहर है। इसे “योग नगरी” और “एडवंचर सिटी” के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहॉं पर बंजी जंपिग और रिवर राफ्टिंग जैसी बहुत सारी एडवंचर एक्टिविटी होती हैंं। ऋषिकेश में घूमने की जगह की बात करें तो एडवंचर एक्टिविटी के साथ प्राकृतिक नजारों और शांत वातावरण की तालाश में हर वर्ष लाखों पर्यटक पहुँचते हैं।
ऋषिकेश में विश्व प्रसिद्ध हैंगिग ब्रिज लक्ष्मण झूला है जहॉं से गंगा नदी काे हिमालय से अपनी ओर आते हुए देख सकते हैं और पहाडों से आती हुई ताजी ठण्डी हवा के तेज झोंका को महशूश कर सकते हैंं। नीलकण्ठ महादेव मन्दिर से भी पूरे शहर को और हरे-भरे पर्वतों का खूबसूरत नजारा देखने को देख सकते हैंं। इसके अलावा बहुत सारे प्राकृतिक जगहों के साथ-साथ धार्मिक स्थान भी हैं जो सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं जैसे तेरह मंजिल, लक्ष्मण झूला, त्रिवेणी घाट, राम झूला, शिवपुरी, गोवा बीच जैसे प्रसिद्ध स्थान हैं।
ऋषिकेश में घूमने के 10 प्रसिद्ध जगहें – Rishikesh Tourist Places in Hindi
ऋषिकेश में घूमने के बहुत सारे स्थान हैं जिसमें एडवेंचर एक्टिविटी भी शामिल है जैसे रिवर राफ्टिंग, बंजी जंपिंग, क्लिफ जंपिंग इसके साथ ही प्राचीन धार्मिक स्थान भी हैं जिन्हें देखने के लिए हर वर्ष लाखों की संख्या में सैलानी पहुंचते हैं जैसे लक्ष्मण झूला, राम झूला, त्रिवेणी घाट, नीलकंठ महादेव, मंदिर तेरह मंजिला मंदिर, भूतनाथ मंदिर, परमार्थ निकेतन आश्रम, जानकी झूला, गीता भवन, बीटल्स आश्रम, और भी कई सारे घूमने के स्थान हैं।
1. त्रिवेणी घाट ऋषिकेश – Triveni Ghat Rishikesh in Hindi
त्रिवेणी घाट ऋषिकेश का सबसे प्रसिद्ध घाट है कहा जाता है कि यहां पर गंगा जमुना और सरस्वती का संगम होता है इसीलिए इसे त्रिवेणी घाट कहा जाता है। माना जाता है कि यहां स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं और मन को असीम शांति प्राप्त होती है। इसके अलावा यहां पर खूबसूरत प्राकृतिक नजारा देखने को मिलता है गंगा नदी हिमालय को छोड़कर पूर्ण रूप से यहीं पर मैदानी भाग में प्रवेश करती हैं इसलिए कहा जा सकता है कि त्रिवेणी घाट मां गंगा नदी का सबसे पहला बड़ा घाट है।
त्रिवेणी घाट में हर शाम को माॅं गंगा की भव्य विशाल आरती होती है पंडित केसरिया वस्त्र धारण करके हाथों में बड़ी मसाले करके मां गंगा का गुणगान करते हैं। इस भव्य आरती में शामिल होने के लिए सैकड़ों लोग इकट्ठे होते हैं और इस अलौकिक दृश्य का आनंद लेते हैं।
यहां से जानकीपुल तक लगभग 1 किलोमीटर की दूरी है जहां गंगा नदी के एक किनारे खूबसूरत पैदल पथ बना हुआ है वहीं दूसरी ओर गंगा और पर्वत का अलौकिक दृश्य दिखाई देता है।
2. लक्ष्मण झूला ऋषिकेश – Lakshman Jhula Rishikesh in Hindi
ऋषिकेश में विश्व प्रसिद्ध गंगा नदी से 70 फीट की ऊंचाई पर स्थित 450 फीट लंबा हैंगिंग ब्रिज बना हुआ है जिसे देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक पहुंचते हैं। इस पुल का निर्माण 1929 में किया गया था। इस लक्ष्मण झूले से मां गंगा पहाड़ों से बहती हुई मैदानी भाग में प्रवेश करते हुए दिखाई देती हैं। गंगा नदी के साथ-साथ घाटी से 24 घंटे तेज और ठंडी हवा चलती रहती है इस ताजी और ठंडी हवा के झोंके साथ में गंगा और हिमालय का खूबसूरत नजारा अपने आप में एक अलौकिक दृश्य लगता है।
इस पुल का धार्मिक महत्व भी है कहा जाता है कि भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने यहीं पर गंगा नदी पार की थी इसलिए इस पुल का नाम लक्ष्मण झूला के नाम से पड़ा। इस झूले के पास में ही लक्ष्मण जी का एक मंदिर भी बना हुआ है
नोट – 2022 में लक्ष्मण झूला क्षतिग्रस्त होने के कारण अभी आवागमन बंद है और इस फूल का पुनर्निर्माण किया जा रहा है।
3. रीवर राफ्टिंग ऋषिकेश – River Rafting Rishikesh in Hindi
ऋषिकेश में गंगा नदी के रिवर राफ्टिंग देशभर में ही नहीं विदेशों में भी प्रसिद्ध है। भारत में कई स्थानों पर रिवर राफ्टिंग होती है जैसे कर्नाटक के कुर्ग में, सिक्किम में तीस्ता नदी, और हिमाचल प्रदेश में व्यास नदी में रिवर राफ्टिंग काफी प्रसिद्ध है लेकिन इन सब में से ज्यादा लोकप्रिय है ऋषिकेश की रिवर राफ्टिंग। हिमालय से नीचे उतरती हुई गंगा नदी में की तेज धारा में राफ्टिंग करना बहुत ही रोमांचक होता है।
ऋषिकेश के कई स्थानों से राफ्टिंग कराई जाती है जिसमें सबसे ज्यादा आसान ब्रम्हपुरी से लक्ष्मण झूला तक 9 किलोमीटर की राफ्टिंग होती है। जिसने कभी राफ्टिंग नहीं ही है उसके लिए यह सबसे अच्छा विकल्प रहेगा। जो एडवेंचर के ज्यादा शौकीन है उनके लिए शिवपुरी से लक्ष्मण झूला की 16 किलोमीटर की रिवर राफ्टिंग सबसे अच्छा विकल्प रहेगा इसमें ग्रेड 2 और ग्रेड 3 के राफ्टिंग साथ क्लिफ जंपिंग भी करने को मिल जाता है। और पढें
4. बीटल्स आश्रम ऋषिकेश – Beatles Ashram Rishikesh in HIndi
ऋषिकेश के गंगा नदी के उस पार जानकीपुल से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर शांत वातावरण में बीटल्स आश्रम बना हुआ है जो वर्तमान में राजाजी नेशनल पार्क में आता है। इससे पहले इस आश्रम का नाम महर्षि महेश योगी आश्रम था। लेकिन 1968 में बीटल ने जब इस आश्रम का दौरा किया उसके बाद इस आश्रम का नाम बीटल्स रख दिया गया। इसके अलावा इसे चौरासी कुटी के नाम से भी जाना जाता है। इस आश्रम को राजाजी नेशनल पार्क में शामिल होने के कारण पर्यटकों के लिए इसकी एंट्री फीस 150 रुपया देनी होती है जबकि विदेशी पर्यटकों के लिए यह फीस 600 रूपया है। इसके अंदर बहुत सारी प्राचीन मेडिटेशन केव देखने को मिलती है। इसके अलावा यहां की दीवारों पर कई प्रकार की चित्रकारी भी देखने को मिलती है इसलिए यह स्थान शांत वातावरण में समय बिताने और फोटोग्राफी के लिए सबसे अच्छा स्थान है।
5. राम झूला ऋषिकेश – Ram Jhula Rishikesh in Hindi:
राम झूला ऋषिकेश का सबसे प्रमुख स्थान है इसी के चारों ओर घूमने की सारी जगह मौजूद हैं इसलिए जो भी पर्यटक आता है वह यहीं पर ठहरता है। यह ब्रिज भी गंगा नदी पर बना है शाम के वक्त इसके चारों ओर खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं। इस पुल का निर्माण 1983 का निर्माण 1983 में किया गया था जो स्वर्ग आश्रम और विश्व आनंद आश्रम को साथ में जोड़ता है। इसी पुल के पास कैंपिंग और रिवर राफ्टिंग के लिए भी बुकिंग की सुविधा मिल जाएगी।
6. भूतनाथ मन्दिर ऋषिकेश – Bhootnath Temple Rishikesh in Hindi
भगवान शिव को समर्पित राम झूला से करीब 1 किलोमीटर दूर स्वर्ग आश्रम क्षेत्र में सात मंजिला इमारत बनी हुई है जिसके तीन और राजाजी नेशनल पार्क है और दूसरी ओर संपूर्ण हरिद्वार और गंगा नदी का खूबसूरत नजारा दिखाई देता है। माना जाता है कि जब भगवान शिव माता सती से विवाह करके वापस लौट रहे थे तब सभी देवी-देवता और भूत-प्रेतों के साथ एक रात यहीं पर बिताई थी। 1952 में स्वामी कैलाशानंद मिशन ट्रस्ट के द्वारा इस स्थान पर मंदिर का निर्माण किया गया था। इस मंदिर के दर्शन के लिए काफी पैदल यात्रा करनी होती है उसके बाद 7 मंजिला ऊपर चढ़ना होता है जहां पर शिवलिंग स्थापित है।
7. तेरह मंजिल मंदिर – Tera Manzil Temple Rishikesh in Hindi
लक्ष्मण झूला के पास गंगा नदी के तट पर 13 मंजिल इमारत बनी हुई है इसीलिए इसे तेरा मंजिल टेंपल कहते हैं। इस मंदिर में बहुत सारे हिंदू धर्म के देवी और देवता स्थापित किए गए हैं। लक्ष्मण झूला से इस मंदिर की इमारत बहुत ही भव्य और बहुत ही खूबसूरत दिखाई देती है।
8. वशिष्ट गुफा ऋषिकेश – Vashisht Cave Rishikesh in Hindi
ऋषिकेश से 16 किलोमीटर दूर एक प्राचीन गुफा है जिसे गुरु वशिष्ठ गुफा कहा जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार माना जाता है कि जब भगवान ब्रह्मा के पुत्र ऋषि वशिष्ठ ने अपने सभी पुत्रों को खो दिया था तब वह आत्महत्या करने जा रहे थे तभी मां गंगा ने उन्हें रोक लिया था। उसके बाद ऋषि वशिष्ठ ने यहीं पर साधना की थी। आज भी ऋषि-मुनियों के लिए जा जगह काफी पवित्र मानी जाती है। इस प्राचीन गुफा को देखने के लिए बहुत सारे पर्यटक हर वर्ष जाते हैं।
9. नीलकंठ महादेव मंदिर ऋषिकेश – Neelkanth Mahadev Temple Rishikesh in Hindi
ऋषिकेश से करीब 12 किलोमीटर दूर 1670 मीटर की ऊंचाई पर स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर बना हुआ है। माना जाता है कि समुद्र मंथन के समय जब विश उत्पन्न हुआ था तब भगवान शिव ने सृष्टि को उस विश से बचाने के लिए उस विश को पी लिया था। तभी से उनका कंठ नीला पड़ गया जिसके बाद भगवान शिव को नीलकंठ के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर एक झरना भी है जिसमें भक्त स्नान करके भगवान शिव के दर्शन करते हैं।
10. बंगी जंपिंग ऋषिकेश में घूमने की जगह – Bungee Jumping in Rishikesh hindi
ऋषिकेश को एडवेंचर सिटी के नाम से भी जाना जाता है यहां पर रिवर राफ्टिंग के अलावा बंगी जंपिंग भी बहुत लोकप्रिय है। कई बंगी जंपिंग ऑपरेटर हैं जो पूरी सुरक्षा के साथ या एक्टिविटी कराते हैं। ऋषिकेश में घूमने आये पर्यटक और एडवेंचर के शौकीनों के लिए यह एक्टिविटी किसी रोमांचक से कम नहीं होता है। यह ऑपरेटर कंपनियॉं इसके लिए करीब 3500 रूपया तक लेती हैं।
ऋषिकेश में घूमने का सबसे अच्छा समय – Best Time to Visit Rishikesh in Hindi
ऋषिकेश एक ऐसी जगह है जहॉं पर्यटक वर्षभर आते रहते हैं लेकिन मार्च और अप्रैल के महीने में सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है क्योंकि इस समय यहॉं का मौसम घूमने के लिए एकदम अनुकूल होता है साथ में ही इस समय सैलानी रीवर राफ्टिंग का भी मजा ले सकते हैं। मई-जून में भी पर्यटक शिवपुरी रीवर राफ्टिंग करने के लिए पहुँचते है उसके बाद मानसून का समय चालू हो जाता है जिससे ज्यादातर एडवंचर एक्टिविटी बंद हो जाती है। सिर्फ वही सैलानी इस समय पहुँचते हैं जो इस समय चारधाम यात्रा के लिए जाते हैं।
ऋषिकेश कैसे पहुंचे – How to reach Rishikesh in Hindi
ऋषिकेश उत्तराखण्ड में हरिद्वार से करीब 50 किमी. दूर स्थित है। ऋषिकेश के पास हरिद्वार और देहरादून ही सबसे बडे शहर हैं। इन शहरों के लिए पूरे देश से बड़ी आसानी से ट्रेन मिल जायेंगी। इसके अलावा ऋषिकेश में भी रेलवे स्टेशन है जहॉं पर कई बड़े शहरों से जैसे दिल्ली, लखनऊ, और वाराणसी से ट्रेन सीधे ट्रेन की सुविधा उपलब्ध है। हरिद्वार या फिर देहरादून पहुँचने के बाद बस या टैक्सी से आसानी से ऋषिकेश पहुँच सकते हैं। अगर हवाई जहाज से आना हो तो सबसे नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून में ही है।
Bahut Achhi jankari Di Aapne Aapke Dwara De Gayee Jaan curry bahudu he Mata phone Hai Rishikesh ghumne Ke Liye me Jabeen Rishikesh Ghumane Jaunga Ins Kabhi Jagah Par Zaroor Jaunga ghumne Ke Liye
Jarur bhai
bhai bahut achhe se rishikesh ke tourist places ko cover kiya hai
nice information about rishikesh tourist places and valuable content.
very nice information all tourist spots and valuable content.